देश को बचाना है तो उत्तराखण्ड के पलायन को रोकना होगा- योगी आदित्यनाथ।

yogi in uttarakhand
ब्रह्मालीन राष्ट्रसंत महंत अवैद्यनाथ जी महाराज की मूर्ति का अनावरण के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी। 


यमकेश्वर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज से उत्तराखण्ड के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। अपने इस दौरे के दौरान अपने पैतृक गांव का भी दौरा करेंगे जहाँ की मिट्टी में वे पले बड़े हुए। करीब 28 साल बाद वे अपने घर में ठहरेंगे। वे 5 साल बाद अपनी माँ से भी मिलेंगे। 


इससे पूर्व आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय, बिध्याणी, यमकेश्वर में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग कर ब्रह्मालीन राष्ट्रसंत महंत अवैद्यनाथ जी महाराज की मूर्ति का अनावरण भी किया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि अवेद्यनाथ जी की प्रेरणा से ही यहां कॉलेज की स्थापना हुई है। उन्होंने कहा कि मैं व्यक्तिगत रुप से गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि पूज्य गुरु जी को उनकी जन्मभूमि पर सम्मान दे पा रहा हूं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में सबसे बड़ी समस्या पलायन है। यहां अच्छी शिक्षा, अच्छा माहौल, सौंदर्य और संभावनाएं हैं l उत्तराखण्ड का युवा जहां भी जाता है अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाता है। देश 2014 के बाद नए उत्साह के साथ आगे बढ़ रहा है। देश को बचाना है तो उत्तराखण्ड के पलायन को रोकना होगा क्योंकि उत्तराखण्ड देश की उत्तरी सीमा है। उत्तराखण्ड मे आध्यात्मिक पर्यटन को इको पर्यटन से जोड़ना होगा। योगी जी ने कहा कि आने वाला दशक उत्तराखण्ड का होगा लेकिन इसके लिए पलायन को रोकना पड़ेगा। 

ब्रह्मालीन राष्ट्रसंत महंत अवैद्यनाथ जी महाराज की मूर्ति का अनावरण करते मुख्यमंत्री योगी, धामी एवं अन्य। 


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ करिश्माई व्यक्तित्व है। योगी जी जन्म भूमि में लंबे वक्त बाद आए है। उन्होंने कहा कि महंत अवैद्यनाथ जी का संबंध हिंदू धर्म, भाई चारे को मजबूत करने व जो पीछे छूट गए हैं उन्हें मुख्य धारा में लाने का रहा है। मोदी-योगी के नेतृत्व में अयोध्या भारत ही नहीं बल्कि दुनिया की आध्यात्मिक व सांस्कृतिक राजधानी बनने जा रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में काशी विश्वनाथ मार्ग भव्य हुआ है जिससे लोगों को जल चढ़ाने में कोई दिक्कत नहीं होती है। 21 सालों से उत्तराखण्ड-यूपी का परिसंपत्तियों के बंटवारे से संबंधित मामले का मात्र 20 मिनट की बैठक में ही हल निकल गया। महायोगी गोरखनाथ विद्यालय में विज्ञान की कक्षाएं चलाई जाएंगी, साथ ही जो भी अन्य संसाधनों की आवश्यकता होगी उसे पूरा किया जाएगा।

इस दौरान कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज, डॉ. धन सिंह रावत, सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, यमकेश्वर विधायक श्रीमती रेणु बिष्ट सहित अन्य गणमान्य भी उपस्थित रहे।