उत्तराखण्ड पुलिस की सतर्कता, हथियारबंद बदमाशों की साजिश नाकाम।

उधमसिंह नगर पुलिस के हिरासत में बदमाश रिंकू और उदयवीर। 


रुद्रपुर।  एक बार फिर उत्तराखण्ड पुलिस की सतर्कता ने एक बड़े साजिश को नाकाम कर दिया है। मामला उत्तराखण्ड के उधमसिंह नगर जिले का है। जहाँ बदमाशों ने कोर्ट रूम में गोलियां बरसाकर हत्या के मामले में पेशी पर आने वाले बदमाश अंग्रेज को छुड़ाने की बड़ी साजिश रची थी, लेकिन पुलिस ने उनकी साजिश को नाकाम कर दिया। पुलिस ने दो शूटरों को गिरफ्तार कर उनके पास से दो असलहे बरामद किये हैं। इस साजिश में शामिल 4 फरार बदमाशों की तलाश की जा रही है।


2018 में किच्छा में हुए समीर हत्याकांड में जेल में बंद हार्डकोर क्रिमिनल अंग्रेज सिंह की 20 अप्रैल को रुद्रपुर जिला कोर्ट में अंतिम पेशी थी। बुधवार सुबह पुलिस को इनपुट मिला था कि अंग्रेज को कोर्ट से छुड़वाने के लिए बदमाश आने वाले हैं। जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने कोर्ट परिसर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये और कार से वहां पहुंचे 2 बदमाश रिंकू और उदयवीर को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने उनके पास से एक 32 बोर पिस्टल 5 जिंदा कारतूस और एक 315 बोर तमंचा 2 जिंदा कारतूस भी बरामद किये। 


रिंकू ने पुलिस को बताया कि अंग्रेज की जमानत नहीं हो पा रही थी, इसलिए अंग्रेज को कोर्ट रूम में गोलियां चलाकर छुड़ाकर ले जाने की साजिश रची गयी थी। साजिश में 4 और लोगों को शामिल किया गया था। रिंकू और उदयवीर पेशेवर मुजरिम हैं और उन पर पार्षद के अपहरण, पुलिस पर फायरिंग करने सहित हत्या के केस दर्ज हैं। फरार चारों बदमाश उधम सिंह नगर के रहने वाले हैं।  उधमसिंह नगर पुलिस ने कहा कि इस मामले में बदमाशों पर गैंगस्टर एक्ट लगाया जाएगा।

गिरफ्तार अभियुक्त रिंकू और उदयविरेंद्र उर्फ उदयवीर की मुलाकात अंग्रेज सिंह से हल्द्वानी जेल में हुई थी। तीनों ही एक बैरक में रहते थे। यहीं से तीनों के बीच नजदीकी हुई और वहीं पर अंग्रेज सिंह को पेशी के दौरान छुड़ाकर ले जाने की पटकथा लिखी गई। जिसके बाद रिंकू और उदयवीर ने अपने साथी सन्नी जौहरी, जुगराज सिंह, मोनू चीमा के साथ मिलकर कल अंग्रेज सिंह को छुड़ाने का प्लान तैयार किया था, लेकिन उत्तराखण्ड पुलिस की सतर्कता से बड़ा हादसा होने से टल गया।