पोथिंग में भगवती पूजा सम्पन्न, हजारों लोगों ने किये माँ के दर्शन।

माँ भगवती शक्तिपीठ पोथिंग में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़।

बागेश्वर। आदिशक्ति स्वरूपा मां नन्दा भगवती शक्तिपीठ पोथिंग में हर तीसरे वर्ष होने वाली आठौ पूजा संपन्न हुई। कपकोट ब्लॉक के पोथिंग में सुबह से ही मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा। उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों से लोग हजारों की संख्या में मां के धाम में पहुंचे और सुख-समृद्धि और कुशलता की कामना की। भक्तों ने माता को घंटे-घड़ियाल, भकोरे, चुनरी, निशाण, ढोल-नगाड़े अर्पित किये। दिनभर मंदिर में दर्शनार्थियों का तांता लगा रहा। गांव की विवाहित बेटियों ने अपने मायके की आराध्य मां नंदा के धाम में आकर पूजा-अर्चना की। शाम डिकर सेवाना की पवित्र और भावपूर्ण रस्म अदा की गई। लोगों ने माँ नंदा माई को नम आंखों से विदाई दी। इसके बाद माता के मंदिर में बनी हजारों पूड़ियों का वितरण हुआ। जिन्हें भक्तों ने प्रसाद के रूप में ग्रहण किया। 


500 ग्राम वजनी हजारों पूड़ियों का लगा भोग:

मंदिर में माँ नंदा भगवती को 500 ग्राम वजनी हजारों पूड़ियों का भोग लगाया गया। जिन्हें बाद में भक्तों को प्रसाद स्वरुप वितरित किया गया। इन मोटी वजनी पूड़ियों को लेने के लिए लोगों में ख़ास उत्साह देखा गया। 

पूड़ियाँ बनाते श्रद्धालु।

भक्तों ने माता के प्रांगण में लिया झोड़े-चांचरी का आनंद :

हर वर्ष की भांति भक्तों ने माता के प्रांगण में पारम्परिक लोकनृत्य गीत झोड़ा-चांचरी गाकर  अपना और दर्शकों का मनोरंजन किया। महिलाओं ने इस कुमाऊंनी पारम्परिक विधा में बढ़चढ़कर अपनी सहभागिता की। 


सुप्रसिद्ध पोथिंग के मेले में आये हजारों लोग:

नंदा माई के धाम में पूजा अर्चना के बाद लोग पोथिंग के मेले में शामिल हुए। बागेश्वर, कपकोट के अलावा बाजपुर, रामपुर, रामनगर से आये व्यापारियों ने यहां अपनी दुकानें सजाई। जहां से लोगों ने जमकर खरीददारी की। बच्चों ने झूले, चरखे आदि का आनंद लिया। 


नवयुवकों ने पूजा और मेले को सम्पन्न कराने के लिए अपना योगदान दिया-

पोथिंग के नवयुवकों ने मेले की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए अपना अमूल्य योगदान दिया। इसके अलावा उत्तराखंड पुलिस ने भी भीड़ को नियंत्रित करके के लिए सराहनीय कार्य किया। कुमाऊँ टूर एंड ट्रैवल्स ने व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।



इस भव्य पूजा में क्षेत्र के हजारों भक्तों के अलावा पूर्व विधायक शेर सिंह गड़िया, ललित फ़र्श्वाण, बसंती देव, गोविंद दानू, सुरेश गड़िया, सामाजिक कार्यकर्ता विनोद गड़िया, राम सिंह, हरीश जोशी समेत अनेक लोग शामिल हुए। भूपेश गड़िया, प्रकाश योगाचार्य, कमलेश गड़िया, महेश बिष्ट, संतोष बिष्ट आदि ने पूजा को सम्पन्न कराने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।