Breaking News
Loading...

उत्तराखंड रोजगार मेले में प्रदान किये गए नियुक्ति पत्र, प्रधानमंत्री मोदी ने किया सम्बोधित।

Appointment letters provided at Uttarakhand Employment Fair

देहरादून।
  देहरादून में आज मुख्यमंत्री आवास में उत्तराखण्ड रोजगार मेले  (Uttarakhand Employment Fair) का आयोजन किया गया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो संदेश के माध्यम से मेले में उपस्थित जनों को सम्बोधित किया और मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने पांच विषयों के चयनित सहायक अध्यापकों (एलटी) को नियुक्ति पत्र प्रदान किये। 

देहरादून में आयोजित उत्तराखंड रोजगार मेले में प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र और उत्तराखण्ड सरकार का सतत प्रयास है कि आगे बढ़ने के लिये सही माध्यम को सुगम्य बनाने के क्रम में हर युवा को उसकी रुचि के अनुसार नए अवसर मिलें। सरकारी सेवाओं में बहाली अभियान भी इसी दिशा में की जाने वाली पहल है। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के लाखों युवाओं को पिछले कुछ महीनों में केंद्र सरकार से नियुक्ति पत्र मिले हैं और इस बात पर प्रसन्नता भी व्यक्त की, कि उत्तराखण्ड इसका हिस्सा बन रहा है। उन्होंने बताया कि ऐसे बहाली अभियान देशभर में भाजपा-शासित प्रदेशों तथा केंद्र शासित प्रदेशों मे बड़े पैमाने पर चल रहे हैं। शिक्षा विभाग के अन्तर्गत 1431 सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये जा रहे हैं। 

उत्तराखंड रोजगार मेले (Uttarakhand Employment Fair) में मुख्य सेवक सदन में 150 सहायक अध्यापकों को आज नियुक्ति पत्र प्रदान किये गये। मुख्यमंत्री ने प्रेरणादायी संबोधन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि  प्रधानमंत्री का देवभूमि उत्तराखण्ड के प्रति विशेष लगाव है। उनके नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में राज्य नई ऊंचाइयों को छू रहा है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर घोषणा की कि राज्य में मुख्यमंत्री उत्थान योजना एवं ज्ञानकोष योजना शुरू की जायेगी। राज्य में छात्रों को आई.ए.एस., आई.पी.एस., पी.सी.एस., एन.डी.ए, सी.डी.एस., मेडिकल एवं इंजीनियरिंग जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए मुख्यमंत्री उत्थान योजना आरंभ की जाएगी। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी विभागों में रिक्त पदों को भरने के लगातार प्रयास किये जा रहे हैं, इसके लिए अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी द्वारा प्रत्येक 15 दिन में समीक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व में जिन भर्तियों में अनियमिताएं पाई गई हैं, उन पर भी पूरी ईमानदारी के साथ कार्रवाई की जा रही है। इसी का नतीजा है कि आज नकल माफिया और उसे समर्थन देने वाले या आगे बढ़ाने वाले लोग बहुत परेशान हैं, क्योंकि उन्हें अब दिन में भी स्वयं के जेल जाने के सपने दिखाई दे रहे हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के नौजवानों के हितों की किसी भी रूप में अनदेखी नहीं होने दी जाएगी और जो भी दोषी होगा उसको बख्शा नहीं जाएगा। सरकार ने भर्ती परीक्षाओं के लिये प्रदेश में कठोर नकल विरोधी कानून लागू किया है। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा श्री बंशीधर तिवारी, निदेशक माध्यमिक शिक्षा श्रीमती सीमा जौनसारी एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।



Post a Comment

Previous Post Next Post