गड्ढों में तब्दील चीराबगड़-पोथिंग मोटरमार्ग। |
भारतरत्न स्व० अटल बिहारी बाजपेयी जी के कार्यकाल में बनी चीराबगड़-पोथिंग मोटर मार्ग की स्थिति विभाग और सरकार की अनदेखी एवं जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण बद से भी बदतर हो चुकी है। जिसका खामियाजा इस सड़क से यात्रा करने वाले सैकड़ों लोगों को हर दिन भुगतना पड़ रहा है। सड़क में जगह-जगह गहरे गड्ढे बन चुके हैं। जिनमें पानी भरने से ये परेशानियों को और ज्यादा बढ़ा रही हैं। किलोमीटर 6 से लेकर 7 तक की पूरी सड़क बुरी तरह से ध्वस्त है, जिसमें विभाग द्वारा आज तक डामरीकरण तो दूर की बात, गड्ढों को भरने तक की हिम्मत भी नहीं दिखाई है। सड़क में बने इन गहरे गड्ढों में पानी भरने से सड़क तालाब में तब्दील है। बिनाड़ी तोक में बुघरिया गधेरे के पास पूरी सड़क मलवे और कीचड़ से पटी होने के कारण चालकों, राहगीरों और दुपहिया वाहन चालकों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन विभाग ने आज तक इस मार्ग पर कोई भी मरम्मत का कार्य करने की कोशिश नहीं की है।
बिनाड़ी तोक में बुघरिया गधेरे के पास पूरी सड़क मलवे और कीचड़ से पटी पोथिंग सड़क। |
पाटीबगड़ किलोमीटर 3 और बलियापातल किलोमीटर 6 के आसपास सड़क की दीवारें टूटने के कारण सड़क काफी संकरी हो चुकी हैं, जिस कारण भारी वाहनों को आगे जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ट्रक चालक हीरा कपकोटी कहते हैं "मैं अपने ट्रक में 14 टन लोहा एवं सीमेंट लेकर पोथिंग के उच्छात जा रहा था, इन दोनों जगहों से ट्रक को आगे ले जाने में काफी दिक्कत हुई। सड़क काफी संकरी हो चुकी है, कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है।"
वहीं किलोमीटर तीन से लेकर किलोमीटर पांच तक की पूरी सड़क जानलेवा बनी हुई है। दो साल पहले इस सड़क के 4 किलोमीटर के हिस्से को करीब 63 लाख रूपये के लागत से डामरीकरण किया गया, जोकि एक माह बाद बारिश प्रारम्भ होते ही बह गया। ग्रामीणों का कहना है बरसात से एक महीने पहले डामरीकरण कराकर विभाग ने इतिश्री कर सरकारी धन का दुरूपयोग किया है। लोगों ने तब इस कार्य पर नाराजगी भी जताई थी लेकिन जनता की आवाज को वहीं के वहीं दबा दिया गया।
करीब 2500 की आबादी को तहसील मुख्यालय से जोड़ने वाली यह एकमात्र सड़क है। हर दिन इस मार्ग से सैकड़ों लोग अपनी जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे हैं। समस्या और भी तब बड़ी हो जाती है जब कोई गर्भवती महिला या कोई रोगी इस सड़क से सफर करते हैं। नाली निर्माण, कॉजवे, कल्वर्ट न होने के कारण पहाड़ों से आने वाला पानी सड़क पर बहने के कारण सड़क की स्थिति बेहद ख़राब हो चुकी है। भैरव मंदिर के पास सड़क धीरे-धीरे धंसते जा रही है। इसकी मरम्मत नहीं की जाती है तो आने वाले बरसात में सड़क यहाँ से टूट सकती है। समय-समय पर ग्रामीण विभाग को अवगत कराते रहें हैं लेकिन रटे-रटाये आश्वासन देकर विभाग काम चला रहा है।
इस तरह तालाब में तब्दील हो चुकी है PMGSY की चीराबगड़-पोथिंग सड़क। |
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