हिमालयन एजुकेशनल रिसर्च एंड डेवलपमेंट सोसाइटी द्वारा उत्तराखंड में शिक्षण कार्य के साथ-साथ शिक्षा में नवाचार, नामांकन, बेहतर परीक्षा परिणाम, सामाजिक कार्यों, विद्यालय में पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता आदि में उत्कृष्ट योगदान देने वाले पांच शिक्षकों को स्पर्श गंगा शिक्षा श्री सम्मान-2020 प्रदान किया गया। शिक्षक दिवस पर इन पुरस्कारों की घोषणा की गयी थी। आज उत्तराखंड के रुद्रपुर में आयोजित सम्मान समारोह में केंद्रीय शिक्षा मंत्री डाॅ रमेश पोखरियाल निशंक नें चयनित शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र, धनदेश एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। रूद्रप्रयाग के शिक्षक सतेंद्र सिंह भंडारी को भी स्पर्श गंगा शिक्षा श्री सम्मान-2020 से सम्मानित किया गया।
गौरतलब है कि रुद्रप्रयाग जनपद के राजकीय प्राथमिक विद्यालय, कोट तल्ला के शिक्षक सतेंद्र सिंह भंडारी वास्तव में इस पुरुस्कार के हकदार हैं। उन्होंने शिक्षण कार्य के साथ-साथ शिक्षा में नवाचार, नामांकन, बेहतर परीक्षा परिणाम, सामाजिक कार्यों, विद्यालय में पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता के कार्य भी किये। उनके प्रयासों और नि:स्वार्थ सेवा-भाव से आज उनका विद्यालय अग्रणी पंक्ति में खड़ा है। उनके विद्यालय को उत्तराखंड का ऑक्सफोर्ड विद्यालय कहा जाता है। उन्होंने अपने विद्यालय को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया हुआ है। जहां पर छात्र छात्राओं को गुणवत्तापरक शिक्षा मुहैया कराई जाती है साथ ही पर्यावरण की शिक्षा भी दी जाती है। शिक्षक सत्येन्द्र भंडारी अब तक 45 हजार से अधिक पेड़ लगा चुके हैं। इन्होंने पर्यावरण संरक्षण का जो अभियान शुरू किया, वह आज भी जारी है। इन्होंने विद्यालय परिसर में पेड़ लगाने के अलावा गाँव की बंजर भूमि में भी जंगल तैयार किया है। गाँव के पास अलकनंदा नदी के पास त्रिफला वन व फलपट्टी में ग्रामीणों के सहयोग से उन्होंने विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए हैं। इन्हें भिन्न अवसरों पर दर्जनो पुरुस्कार मिल चुके हैं।
रिपोर्ट : संजय चौहान
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