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साहब ! बेसहारा पशुओं और बंदरों से हमें बचाओ- विहिप, बजरंग दल।

थानाध्यक्ष कपकोट को अपनी समस्याओं से अवगत कराते विहिप और बजरंग दल के सदस्य। 

बागेश्वर | कपकोट नगर पंचायत क्षेत्र बेसहारा पशुओं और जंगली जानवरों द्वारा पहुंचायें नुकसान को वर्षों से झेलता आ रहा है। यहाँ हर दिन पर जानवरों द्वारा पहुंचाएं नुकसान की घटनायें सामने आ रही हैं। बीच खेतों में किसान को नुकसान पहुंचाते जानवर, बन्दरों के आतंक ने पूरे क्षेत्र को परेशान किया हुआ है। जिसका प्रमुख कारण लोगों द्वारा अपने पालतू पशुओं को जंगलों में छोड़ना है और वे जानवर वहां से निकल कर आबादी वाले इलाकों में आ रहे हैं। बहुत से लोगों को कहना है शहरी क्षेत्रों से बन्दर पकड़ कर उत्तराखण्ड के जंगलों में छोड़े जा रहे हैं जो बाद में गॉंवों में आ रहे हैं। 

इसी सिलसिले में विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल प्रखंड कपकोट के नेतृत्व में उपजिलाधिकारी, थानाध्यक्ष, विधायक व नगर पंचायत कपकोट को क्षेत्र में बेसहारा पशुओं और जंगली जानवरों से निजाद दिलाने के लिए आज एक ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें उन्होंने कहा हैं कि कुछ लोगों द्वारा अपने पशुओं द्वारा दूध देना बंद कर देने पर उन्हें बेसहारा छोड़ दिया जा रहा है जो नगर में हर रोज परेशानियों का सबब बन रहे हैं। बन्दरों का आतंक बढ़ते जा रहा है। इनके काटने पर लगाएं जाने वाले इंजेक्शन भी कपकोट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध नहीं हैं। 

उपजिलाधिकारी  व नगर पंचायत अध्यक्ष गोविंद बिष्ट जी द्वारा बताया गया कि क्षेत्र में जंगली जानवरों से निजाद दिलाने हेतु एक टीम का गठन किया जा चुका है जल्दी ही इस पर कार्यवाही होगी तथा जंगली जानवरों से क्षेत्रवासियों को निजाद दिलाने का प्रयास किया जाएगा। थानाध्यक्ष कपकोट के द्वारा भी आश्वासन दिया गया कि अगर क्षेत्र में किसी के द्वारा पालतू पशुओं को छोड़ा जाता है उस पर ठोस कार्यवाही की जाएगी।

इस अवसर पर गंगा सिंह बसेड़ा ने बताया कि यदि प्रशासन इस पर कोई कार्यवाही नहीं करता है तो वे मजबूर होकर उग्र आंदोलन हेतु बाध्य होंगे।

ज्ञापन देने वालों में गिरीश जोशी , गंगा सिंह बसेड़ा, दीपक कपकोटी , विनोद कपकोटी, राजवीर सिंह आदि उपस्थित रहे।

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