देहरादून | खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) की ओर से वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे पर आज सुभाष रोड स्थित होटल में खाद्य कारोबारियों, मीडिया व विषय विशेषज्ञों के साथ खाद्य सुरक्षा संवाद आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन के अपर आयुक्त श्री ताजबर सिंह जग्गी व अन्य अतिथियों ने किया।
अपर आयुक्त ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्गों व पर्यटन केंद्रों पर विशेष अभियान चलाकर मिलावटी खाद्य पदार्थ बेचने वालों पर नकेल कसी जा रही है। उन्होंने बताया कि किसी भी तरह की समस्या या शिकायत के लिए विभागीय टोल फ्री नंबर 180018004246 पर जानकारी दें।
{inAds}
खाद्य अपमिश्रण पर अंकुश लगाने हेतु मानव संसाधन की कमी को जल्द दूर कर लिया जाएगा। इस हेतु 25 खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के चयन हेतु लोक सेवा आयोग को अधियाचन भेजा है। एम्स ऋषिकेश के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग से डॉ. संतोष ने कहा कि हम फूड पेंडेमिक के दौर में जाने वाले हैं। अगर हम खाने को दवा की तरह लेना पसंद करेंगे तो हो सकता है कि आने वाले दिनों में दवा लेने की जरूरत न पड़े। अच्छे स्वास्थ्य के लिए जिम नहीं, अच्छी किचन जरूरी है।
पीआरएसआई के देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष व सूचना एवं लोक संपर्क विभाग में उपनिदेशक श्री रवि बिजरानिया ने कहा कि आज सुरक्षित खानपान के बारे में चर्चा बहुत आवश्यक है। इस विषय पर अधिक से अधिक जनजागरूकता फैलाने की भी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सही खानपान के लिए सावधानी जरूरी है। हमें बहुत ज्यादा स्वाद के लालच से भी बचना होगा। लोगों को फूड सेफ्टी पर जागरूक करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म का उपयोग किया जा सकता है।
एफडीए के उपायुक्त श्री जीसी कंडवाल ने बताया कि विभाग द्वारा बहुत जल्द खाद्य सुरक्षा की कसौटी पुस्तक का प्रकाशन किया जाने वाला है। जिसमें खाद्य सुरक्षा से जुड़ी तमाम जानकारी मिलेगी। वरिष्ठ पत्रकार सुश्री ज्योत्स्ना, श्री गजेंद्र नेगी व श्री राकेश खंडूरी ने भी अपने विचार रखे।
इस अवसर पर होटल एसोसिएशन से श्री अनिल मारवाह, पीएसआरआई से श्री अनिल सती, श्री सुरेश भट्ट, श्री संजय पांडे, श्री मनोज सती, एफडीए से एडिशनल ड्रग कंट्रोलर डॉ. श्री सुधीर कुमार, श्री नीरज कुमार, श्री मनीष सयाना, श्री पीसी जोशी, श्री संजय तिवारी, श्री रमेश सिंह आदि उपस्थित रहे।
Post a Comment