22 साल का हुआ उत्तराखंड, राष्ट्रपति समेत इन हस्तियों ने दी शुभकामनायें।

 


आज उत्तराखण्ड अपना स्थापना दिवस मना रहा है। आज के ही दिन यानि 9 नवंबर 2000 को उत्तर प्रदेश के पहाड़ी इलाकों को पृथक उत्तराखंड राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ था। पहाड़ी लोगों की वर्षों पुरानी मांग और यहाँ के लोगों के लम्बे संघर्ष के बाद यह राज्य प्राप्त हुआ। धीरे-धीरे यह पहाड़ी राज्य विकास के पथ पर अग्रसर है। औद्यौगिक विकास, सड़कों के विस्तार, बिजली, पानी आदि में प्रदेश ने बेहतर किया है लेकिन मूल समस्या पलायन पर आज भी प्रदेश अंकुश नहीं लगा पाया है। हर साल वीरान होते गांव उत्तराखंड के लिए एक चुनौती बन गया है। पहाड़ के पानी और पहाड़ की जवानी को पहाड़ में ही रोकने के उद्देश्य पर बने पहाड़ी राज्य के लोग पृथक राज्य बनने के बाद भी हर वर्ष पलायन करते जा रहे हैं। बीते 22 साल में 32 लाख से अधिक लोग विभिन्न शहरों की ओर पलायन कर चुके हैं। वर्ष 2018 की पलायन आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य गठन के बाद उत्तराखंड के 1700 गांव वीरान हो चुके हैं। वहीं शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी प्रदेश कोई तरक्की नहीं कर पाया है। पलायन के कारण आज पहाड़ों की कृषि योग्य भूमि भी बंजर होने की कगार पर है। 

 

आज उत्तराखंड 22 वर्ष पूर्ण कर 23वे वर्ष में प्रवेश कर गया है। उम्मीद है प्रदेश आने वाले वर्षों में बेहतर प्रदर्शन करेगा।  पलायन, रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि की बेहतरी के लिए हर पहाड़वासी को सकारात्मक कदम उठाने होंगे। 

उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के मौके पर देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सभी देवभूमि वासियों को शुभकामनायें दी।  उन्होंने कहा - 

  

गृहमंत्री अमित शाह ने प्रदेश की प्रगति की कामना करते हुए कहा -

 

कांग्रेस महासचिव राहुल गाँधी ने भी राज्य स्थापना दिवस के मौके पर शुभकामनायें देते हुए कहा - 

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जनकल्याण की कामना करते हुए कहा - 

भारत के विकास में सहभागी बने रहने की कामना करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उत्तराखंड को स्थापना दिवस की बधाई दी -